कुछ करे ना करे लेकिन अपने सपनो का पीछा जरूर करे ।
हां ये सुनने में थोड़ा आपको अजीब लग रहा होगा कि कुछ करे या ना करे ये क्या मतलब...?
मतलब भी बताते है...
ज़िन्दगी उसी की है या आप यूँ कह लीजिए ज़िन्दगी उसी के दम पर उसके हिसाब से चलती है जो अपने सपनो का पीछा कर के उन्हें हासिल करने की हिम्मत रखता है ।
आप अनगिनत कारणों की वजह से अपने सपनो से दूर होते जाते है...कारण चाहे कितना बड़ा कितना दुखी करने वाला या कितना ही तोड़ देने वाला हो लेकिन वो आपके सपनो से बड़ा नही होता ये हमेशा अपने दिमाग मे बिठा के रखना ।
आप अपने सपनो का पीछा न करके जो जोखिम लेते है वह समाप्ति की ओर ही जाता है आपके मन की समाप्ति आपकी उम्मीदों की समाप्ति ।
जब हम अपने सपनो का पीछा करने के बुलावे को सुनने से इनकार कर देते है तो हम असन्तुष्टि ओर दुखी जीवन जीने का जोखिम लेते है ।
चाहे आप जो भी करते हो और चाहे आपने रास्ते मे कितनी भी भौतिक चीजे इकट्ठी कर ली हो , लेकिन अगर आप वे चीजे नही करते जो आपके दिल को गुनगुनाने के लिए प्रेरित कर दे, तो जीवन के अंत मे पहुचने पर आपको भारी असन्तुष्टि ओर अफसोस का एहसास होगा ।
इसे अपने जीवन की कहानी ना बनने दे ।
चाहे आप इस वक़्त कितने ही युवा या बुजुर्ग हो आपके पास जीने के लिए एक बड़ी कहानी है ।
अपने सपनो का पीछा करना एक बड़ा जोखिम लग सकता है ,लेकिन क्या अपना जीवन चूकना सबसे बड़ा जोखिम नही है ?
अपने सपनो को कभी मौका ना देना सबसे बड़ी असफलता है।
अपने सपनो पर प्रतिक्रिया करने और अपने सपनो का पीछा करने का निर्णय लेना दरअसल आसान रास्ता है ।
उस सपने को भूल जाना या उस से दूर भागना मुश्किल रास्ता है, क्योंकि इसमें आप दुखी होने का जोखिम लेते है ,आप बगैर खुशी, बगैर जोश ,बगैर अर्थ का जीवन जीकर खुद को नष्ट करने का जोखिम लेते है ।
इसलिए गहराई में सोचिये खुद से पूछिए की क्या जो वर्तमान में आप कर रहे है वही आपका जीवन है या आपके सपने को प्राप्त करना ही आपका उद्देश्य है आपको खुद ब खुद जवाब मिल जाएगा ।
सपने को पाने से डरिये मत ....
मंजिल जरूर मिलेगी सारी कायनात साथ देगी 😊
खुशबू जैन मोनू 😊
हां ये सुनने में थोड़ा आपको अजीब लग रहा होगा कि कुछ करे या ना करे ये क्या मतलब...?
मतलब भी बताते है...
ज़िन्दगी उसी की है या आप यूँ कह लीजिए ज़िन्दगी उसी के दम पर उसके हिसाब से चलती है जो अपने सपनो का पीछा कर के उन्हें हासिल करने की हिम्मत रखता है ।
आप अनगिनत कारणों की वजह से अपने सपनो से दूर होते जाते है...कारण चाहे कितना बड़ा कितना दुखी करने वाला या कितना ही तोड़ देने वाला हो लेकिन वो आपके सपनो से बड़ा नही होता ये हमेशा अपने दिमाग मे बिठा के रखना ।
आप अपने सपनो का पीछा न करके जो जोखिम लेते है वह समाप्ति की ओर ही जाता है आपके मन की समाप्ति आपकी उम्मीदों की समाप्ति ।
जब हम अपने सपनो का पीछा करने के बुलावे को सुनने से इनकार कर देते है तो हम असन्तुष्टि ओर दुखी जीवन जीने का जोखिम लेते है ।
चाहे आप जो भी करते हो और चाहे आपने रास्ते मे कितनी भी भौतिक चीजे इकट्ठी कर ली हो , लेकिन अगर आप वे चीजे नही करते जो आपके दिल को गुनगुनाने के लिए प्रेरित कर दे, तो जीवन के अंत मे पहुचने पर आपको भारी असन्तुष्टि ओर अफसोस का एहसास होगा ।
इसे अपने जीवन की कहानी ना बनने दे ।
चाहे आप इस वक़्त कितने ही युवा या बुजुर्ग हो आपके पास जीने के लिए एक बड़ी कहानी है ।
अपने सपनो का पीछा करना एक बड़ा जोखिम लग सकता है ,लेकिन क्या अपना जीवन चूकना सबसे बड़ा जोखिम नही है ?
अपने सपनो को कभी मौका ना देना सबसे बड़ी असफलता है।
अपने सपनो पर प्रतिक्रिया करने और अपने सपनो का पीछा करने का निर्णय लेना दरअसल आसान रास्ता है ।
उस सपने को भूल जाना या उस से दूर भागना मुश्किल रास्ता है, क्योंकि इसमें आप दुखी होने का जोखिम लेते है ,आप बगैर खुशी, बगैर जोश ,बगैर अर्थ का जीवन जीकर खुद को नष्ट करने का जोखिम लेते है ।
इसलिए गहराई में सोचिये खुद से पूछिए की क्या जो वर्तमान में आप कर रहे है वही आपका जीवन है या आपके सपने को प्राप्त करना ही आपका उद्देश्य है आपको खुद ब खुद जवाब मिल जाएगा ।
सपने को पाने से डरिये मत ....
मंजिल जरूर मिलेगी सारी कायनात साथ देगी 😊
खुशबू जैन मोनू 😊