Sunday, 22 May 2016

सफल जीवन के सीक्रेट -जीने की कला का यही है तरीका

*जीवन में सुख दुःख दोनों आयेंगे , सुख भर आये तो जी भर हंस लीजियेगा और दुःख आये तो उसे हंसी में उड़ा दीजियेगा ..यही जीने की कला है

*अपने स्वभाव को अपने चेहरे से ज्यादा सुन्दर बनाइए ..सुंदर चेहरा तो कुछ दिन सुंदर लगेगा पर सुंदर स्वभाव जीवन भर सुन्दर लगेगा .

*तस्वीर खिंचवाते समय तो हर कोई मुस्कुराता है पर सच्ची खुशी तब आती है जब हम हर रोज मुस्कुराना शुरू कर दे .

*किसी से कन्नी काट कर मत बैठिये ...अगर आप प्रेम से चार बात कर लेंगे तो आपकी दौलत कम नहीं हो जाने वाली .

*अपने क्रोध पर अपना नियंत्रण रखिये ...भला जब अंगारा खुद को ठंडक नहीं दे सकता तो हमारे द्वारा किया जाने वाला क्रोध दूसरों को केसे पसंद आएगा .

*व्यर्थ की सरपच्चियों में हाथ मत डालिए..उखल में सर डालेंगे तो मुसल की मार भी खानी पड़ेगी..शांति चाहए तो एक ही मंत्र है -तू तेरी संभाल छोड शेष जंजाल .

*हम दूसरों के आंसू पोंछ सके तो सौभाग्य की बात , पर हमारी वजह से किसी की आँख में आंसू न आये ..यह ध्यान रखना भी बहुत है जीवन में .

*कड़वा बोलना छोडिये ..हर शब्द का प्रभाव पड़ता है ..सम्हालकर बोलेंगे तो सद्भाव के रंग घोलेंगे ...बेतरतीबी से बोलेंगे तो दिल में घाव कर बैठेंगे .

*खुशी की कसौटी इस बात में नहीं है की हम कितने खुश है बल्कि इस सच को परखने में है कि दूसरे लोग हमसे मिलकर कितने खुश है .

*क्रोध का जवाब क्रोध से देना उग्रता है ये जवाब कोई भी नासमझ दे सकता है...क्रोध का जवाब प्रेम से देना साधुता है जिसे एक समझदार ही दे सकता है.

*खुद से गलती हो जाए तो माफ़ी मांग लीजिए और दूसरे से गलती हो गई हो तो माफ कर दीजिए ...भला जब सॉरी कहने से प्रेम के पूल बन सकते है तो द्वेष की दीवारों से सर क्यूँ टकराया जाय .

*मौन और मुस्कान दोनों का इस्तेमाल कीजिये ..मौन से जहा कई मुसीबतों को पास आने से रोका जा सकता है,वही मुस्कान से कई मसलो का हल निकाला जा सकता है ..खुद को हमेशा समाधान का हिस्सा बनाइये ..समस्या का नहीं ...:)

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