*आपकी सोच आपके विचारों को ,आपके विचार आपकी वाणी को ,वाणी व्यव्हार को ,व्यवहार आपके व्यक्तित्व को प्रभावित और प्रेरित करता है.
एक सुंदर और खूबसूरत व्यक्तित्व व्यव्हार वाणी और विचारों का मालिक बनने के लिए अपनी सोच को कुतुबमीनार जेसी ऊँची,ताजमहल जेसी सुन्दर और देलवाडा के मंदिरों जेसी खूबसूरत बनाइए.
*सचिन नाटा होकर भी ,लालबहादुर शास्त्री गरीब घर में पैदा होकर भी और अंबानी इंटरमीडयट होकर भी शीर्ष पर पंहुच गए , तो फिर हम ही मुंह लटका कर मायूस क्यों बेठे है.
जीवन में फिर से जोश जगाए और कामयाबी के आसमान को छूने के लिए अभी इसी वक्त छलांग लगा दे .
*सफलता की चाबी है गिलास हमेशा भरा हुआ देखो ...किसी में कोई कमी है तो उस से समझोता कर लो .
ईंट के रूप में न सही तो मिटटी के रूप में तो सबका उपयोग किया ही जा सकता है .
*नकारात्मक सोच तोडती है ,सकारात्मक सोच जोड़ती है ..साधारण किस्म के लोग गिलास आधा खाली देखते है ,समझदार लोग गिलास आधा भरा देखते है ..ऊँचाई छूने वाले लोग गिलास पूरा भरा देखते है.
*आपकी हाईट अगर साढ़े पांच फुट की है तो आप ताडासन कर के भी अपने सर को छ फीट से ऊँचा नहीं कर सकते ...पर अगर आप अपनी सोच को ऊँचा उठाना चाहे तो आप हिमालय से भी ऊपर उठ सकते है .
*अगर आप जीवन में बदलाव लाने की सोच रहे है तो यह काम तुरंत और उत्साह से शुरू कर दे .
इंसान का दृढ निश्चय ही सफलता की सीढ़ी है .
*हम टालमटोल की आदत से बचे ...टालमटोल की आदत पानी में मटकी में छेद की तरह होती है ..
ऐसे लोग बहाने बाजी की बीमारी के शिकारी होते है ..जो कही नही पहुँच पाते अपनी इसी बीमारी के कारण .
*बिना अक्ल के सो लोगो की बजाय एक बुद्धिमान को साथ रखना अधिक फायदेमंद है ..
खुद ही सोचिये एक अरबी घोडा ज्यादा मूल्यवान है या सौ गधे ..?
*इल्म और हुनर तो जिस से भी मिले ,जहाँ से भी मिले जिस कदर मिले,हमें हर मोल चूका कर भी उसे ग्रहण कर लेना चाहए..सीखी हुई विद्या हमेशा अपना सौ गुणा मोल लौटाती है.
एक सुंदर और खूबसूरत व्यक्तित्व व्यव्हार वाणी और विचारों का मालिक बनने के लिए अपनी सोच को कुतुबमीनार जेसी ऊँची,ताजमहल जेसी सुन्दर और देलवाडा के मंदिरों जेसी खूबसूरत बनाइए.
*सचिन नाटा होकर भी ,लालबहादुर शास्त्री गरीब घर में पैदा होकर भी और अंबानी इंटरमीडयट होकर भी शीर्ष पर पंहुच गए , तो फिर हम ही मुंह लटका कर मायूस क्यों बेठे है.
जीवन में फिर से जोश जगाए और कामयाबी के आसमान को छूने के लिए अभी इसी वक्त छलांग लगा दे .
*सफलता की चाबी है गिलास हमेशा भरा हुआ देखो ...किसी में कोई कमी है तो उस से समझोता कर लो .
ईंट के रूप में न सही तो मिटटी के रूप में तो सबका उपयोग किया ही जा सकता है .
*नकारात्मक सोच तोडती है ,सकारात्मक सोच जोड़ती है ..साधारण किस्म के लोग गिलास आधा खाली देखते है ,समझदार लोग गिलास आधा भरा देखते है ..ऊँचाई छूने वाले लोग गिलास पूरा भरा देखते है.
*आपकी हाईट अगर साढ़े पांच फुट की है तो आप ताडासन कर के भी अपने सर को छ फीट से ऊँचा नहीं कर सकते ...पर अगर आप अपनी सोच को ऊँचा उठाना चाहे तो आप हिमालय से भी ऊपर उठ सकते है .
*अगर आप जीवन में बदलाव लाने की सोच रहे है तो यह काम तुरंत और उत्साह से शुरू कर दे .
इंसान का दृढ निश्चय ही सफलता की सीढ़ी है .
*हम टालमटोल की आदत से बचे ...टालमटोल की आदत पानी में मटकी में छेद की तरह होती है ..
ऐसे लोग बहाने बाजी की बीमारी के शिकारी होते है ..जो कही नही पहुँच पाते अपनी इसी बीमारी के कारण .
*बिना अक्ल के सो लोगो की बजाय एक बुद्धिमान को साथ रखना अधिक फायदेमंद है ..
खुद ही सोचिये एक अरबी घोडा ज्यादा मूल्यवान है या सौ गधे ..?
*इल्म और हुनर तो जिस से भी मिले ,जहाँ से भी मिले जिस कदर मिले,हमें हर मोल चूका कर भी उसे ग्रहण कर लेना चाहए..सीखी हुई विद्या हमेशा अपना सौ गुणा मोल लौटाती है.
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