हाँ जी ....
सफलता और प्यार का कही कोई जोड़ नजर आता है आपको ?
सफलता केसे आपके प्यार से जुडी हुई है ...?
चलिए हम बताते है ...
हर कोई किसी न किसी से तो प्यार करता ही है अपने जीवन मे जेसे अगर आप बच्चे हो तो अपने माता पिता से प्यार करते होंगे अगर आप युवा है तो अपने प्रेमी या प्रेमिका से आपको प्यार होगा अगर आप शादीशुदा है तो फिर पति से या पत्नी से और अगर आप दादा दादी है तो अपने नाती पोतों से आपको प्यार होगा .
कहने का मतलब ये है की आप प्यार तो हर कोई करते है और जब आप किसी से प्यार करते है और अगर वो रूठ जाए तो आपसे ? ?
कुछ कह रहे होंगे अरे यार ऐसा मत कहो...:)
ठीक है जी नहीं कहते न रूठे आपसे आपका प्यार बस ..
पर अगर रूठा है तो रूठे हुए इंसान को मनाने की कोशिसे की जाती है हम ये चाहते है की केसे भी कर के बस वो मान जाए चाहे आप दिन रात एक कर देते है उन्हें मेसेज करते हो कॉल करते हो पर गिफ्ट देते हो कुछ भी करते हो बस वो मान जाना चाहए और आपके पास लोट आना चाहए ...यही तो हम सबकी चाहत होती है और आप ये कर भी लेते है आप जीत भी जाते है .. .
ऐसा ही कुछ ये जो अपनी मंजिल है अपनी सफलता है इसके साथ भी है आप इसे अपनी रूठी हुई प्रेमिका समज लीजिए की जो आपसे बुरी तरह नाराज हुए बेठी है है और आपको क्या करना है इसको मनाना है केसे भी कर के अपने पास लाना है.
वो हर संभव प्रयास आपको करना होगा इसको मनाने के लिए चाहे पूरी राते जाग के निकालो चाहे कुछ महीनो तक कम सोया जाए चाहे आप थोड़े पतले नहीं स्लिम हो जाए पर आपको अपनी इस रूठी हुई प्रेमिका को पाना है .
और ऐसा है जी की आपकी ये वाली जो प्रेमिका है जिसका नाम है आपकी मंजिल.. इसके पास थोड़े आप्शन ज्यादा है चोइस थोड़ी ज्यादा है इसको प्यार करने वालो की तो..इसका थोडा भाव खाना तो बनता है पर आपको करना ये होगा की बस इसको पाने के लिए दिन रात मेहनत करते रहो लगे रहो जुटे रहो बस फिर जल्दी ही आपकी ये प्रेमिका हार मान जायेगी इसको लगने लग जाएगा की यही मुझसे सच्चा प्यार करने वाला है तो इसके पास ही जाना चाहए .
लो जी मिल गई आपको मंजिल ...
बस जीवन को थोडा इजी वे मे लो और लाइफ आपकी हो जायेगी.
हा पर शर्त एक रहेगी की करना आपको ही पड़ेगा हर प्रयत्न अपनी मंजिल को पाने का .
बिना रुके बिना थके ..
हमारे एक मित्र ने हमें कभी कहा था की रात सर पर है और सफर बाकी हमको चलना जरा सवेरे था....
मतलब अब भी कुछ नहीं हुआ है दोस्तों शुरुआत करो और बढते चलो अपनी प्रेमिका को मना कर अपने पास लाने को ...:)
आपके पास नहीं आएगी तो मंजिल जायेगी कहा उसको आना ही पड़ेगा हम ऐसा खुद को बनाये.
.मोनु एस जैन (MONU S JAIN )

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