हम सबका जीवन कहानियो सरीखा होता है ...
हर कहानी मे रंग कोई मे फीके रंग कोई मे गाढे रंग.
कभी उदासी और कभी उत्साह के रंग के साथ ...
खुशी निराशा और कुंठा भी ...
चेह्कती हुए दिन और उदास लंबी राते ये हम सबकी जिन्दगी मे होता है .
हम चलते है, गिरते है, उठते है .
जिन्दगी आगे बढती है और जिन्दगी के केनवास की रेखाए अलग अलग आकार लेने लगती है ...
बस एक फरक होता है --कुछ लोग जिन्दगी मे आई मुश्किलों से टूट जाते है ,उनसे हार जाते है और कुछ इसे चुनोती मानते हुए दिक्कतों की आँखों मे आँखे डालते है ,मुस्कुराते है तथा मैदान मे और मजबूती से डट जाते है .
प्रतिकूल परिस्थितियों मे भी वह दृढ इच्छा शक्ति के जरिये जीतते है और दुनिया के सामने उदाहरण बनते है .
दुनिया ऐसे कहानियो से भरी पड़ी है हमारे आस पास ही न् जाने कितने ही ऐसे लोग होंगे जिन पर आपने मुसीबतों का पहाड टूटते देखा होगा ....लेकिन क्या मजाल की उनके जीवन मे कोई खरोंच पड़ जाए .
वे हर हाल मे मजबूत बने रहे और हर हार को जीत मे बदल लिया .
निराशा और अवसाद की काली रात ...
हर तरफ मुश्किलें और हार का भय ...
चुनोतिया मुह खोले अपने विकराल रूप मे खड़ी रही...
पर इन सब से बेखबर वे अपनी जिजीविषा और अदम्य साहस के साथ जुटे रहे ...उस काली रात को भोर मे बदलने मे .
कई बार उनको ऐसा लगा की नहीं अब और नहीं ...
लेकिन उन्ही अंधेरो के बीच से जिन्दगी ने कहा की देखो "उजास" हो रहा है ....:)
.मोनु एस जैन (MONU S JAIN )
हर हाल मे डटे रहने का नाम है जीवन
हर कहानी मे रंग कोई मे फीके रंग कोई मे गाढे रंग.
कभी उदासी और कभी उत्साह के रंग के साथ ...
खुशी निराशा और कुंठा भी ...
चेह्कती हुए दिन और उदास लंबी राते ये हम सबकी जिन्दगी मे होता है .
हम चलते है, गिरते है, उठते है .
जिन्दगी आगे बढती है और जिन्दगी के केनवास की रेखाए अलग अलग आकार लेने लगती है ...
बस एक फरक होता है --कुछ लोग जिन्दगी मे आई मुश्किलों से टूट जाते है ,उनसे हार जाते है और कुछ इसे चुनोती मानते हुए दिक्कतों की आँखों मे आँखे डालते है ,मुस्कुराते है तथा मैदान मे और मजबूती से डट जाते है .
प्रतिकूल परिस्थितियों मे भी वह दृढ इच्छा शक्ति के जरिये जीतते है और दुनिया के सामने उदाहरण बनते है .
दुनिया ऐसे कहानियो से भरी पड़ी है हमारे आस पास ही न् जाने कितने ही ऐसे लोग होंगे जिन पर आपने मुसीबतों का पहाड टूटते देखा होगा ....लेकिन क्या मजाल की उनके जीवन मे कोई खरोंच पड़ जाए .
वे हर हाल मे मजबूत बने रहे और हर हार को जीत मे बदल लिया .
निराशा और अवसाद की काली रात ...
हर तरफ मुश्किलें और हार का भय ...
चुनोतिया मुह खोले अपने विकराल रूप मे खड़ी रही...
पर इन सब से बेखबर वे अपनी जिजीविषा और अदम्य साहस के साथ जुटे रहे ...उस काली रात को भोर मे बदलने मे .
कई बार उनको ऐसा लगा की नहीं अब और नहीं ...
लेकिन उन्ही अंधेरो के बीच से जिन्दगी ने कहा की देखो "उजास" हो रहा है ....:)
.मोनु एस जैन (MONU S JAIN )
हर हाल मे डटे रहने का नाम है जीवन
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