Tuesday, 30 June 2015

लक्ष्य बनाओ

जिन्दगी मे लक्ष्य होना जरुरी है चाहे आप किसी भी क्षेत्र से सम्बन्ध रखते हो चाहे विद्यार्थी चाहे व्यवसायी , पर लक्ष्य होना आवश्यक है सबके लिए .
और लक्ष्य हमेशा ऊँचा बड़ा रखे .
जितना ऊँचा लक्ष्य होगा ,उतना ही व्यक्ति मे ज्यादा उत्साह होगा .
जिसका जितना महानतम और सुदृढ़ लक्ष्य हुआ करता है उस व्यक्ति मे उतनी ही सघन उर्जा हुआ करती है .

जानवर अपना लक्ष्य नहीं बना सकते ...लक्ष्य तो मात्र इंसान ही बना सकते है .
जानवरों का काम तो जन्म लेना ,खाना ,बच्चे पैदा करना और मर जाना है ....काम तो हम लोग भी यही करते होंगे ,पर हम मनुष्य की संतान है .
कुदरत ने हमें कुछ विशिष्ट शक्तिया और क्षमता दी है ,जिनका हम सब को उपयोग करना चाहए .
जरा सोचना कभी हमारे जीने का मकसद क्या है ...?
क्या हम इसलिए जी रहे है की अभी तक मरे नहीं है ..?
अगर आप इसलिए जी रहे है की आप मरे नहीं है तो आप अब भी मरे हुए ही है .
अगर आप जीवन मे कुछ उपलब्ध करना चाहते है, चाहे हम मे से कोई अपाहिज ही क्यों न हो  ,तो भी प्रयास करो .
आपको सफलता अवश्य मिलेगी ..किसी न किसी मंजिल तक अवश्य पहुच जाओगे .

मकसद अर्थात लक्ष्य जरुरी है ..गोली चलाओ तो भी लक्ष्य होना चाहए ,तीर संधान के लिए भी लक्ष्य हो .
आप जानते होंगे की बच्चे मेग्निफाई लेन्स से खेला करते है ..हम भी जब छोटे थे तो उस से खेला करते थे .
चलो मेग्निफाई को भी छोड दे एक साधारण कांच लेकर धुप मे खड़े हो और सूरज की रौशनी कांच पर पड़े.
सूरज की रौशनी आप पर भी पड़ती है कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन उस मेग्निफाई लेन्स की रौशनी का झलका किसी आदमी पर गिरा दिया जाए तो वो कुछ सेकंड के अंदर काँप उठेगा .

ताकत है लक्ष्य मे ...उस मेग्निफाई लेन्स से हम यह कहना चाहते की हर आदमी के जीने का मकसद ,लक्ष्य अथवा एक केंद्र बिंदु अवश्य होना चाहए .
आप पायेंगे की जिस व्यक्ति का लक्ष्य निर्धारित होता है वह चाहे जिधर जाए उसका लक्ष्य सदेव उसकी आँखों मे समाया रहता है .
वह हर कार्य करता  हुआ भी अपने लक्ष्य अथवा अपनी कामयाबी के निकट पहुचता जाता है .

आप जब लक्ष्य बना लो तो केवल लक्ष्य बना कर मत बेठ जाओ .
उस लक्ष्य को पूरा करने की प्लानिंग भी तैयार करो की मे इस लक्ष्य को केसे प्राप्त करू ?
कार्य करने की तकनीक सीखो .
अपने से ये बात निकाल दो की आप को सब आता है .
हर व्यक्ति को किसी भी रास्ते पर कदम बढ़ाने से पहले होमवर्क अवश्य  कर लेना चाहए .
किसी भी मकान को बनाने से पहले आर्किटेक्ट उसका नक्शा पहले बनाता है .
इसलिए लक्ष्य ऊँचा बनाओ और लक्ष्य को पाने के लिए पूरी प्लानिंग भी करो .
और उस प्लानिंग को पूरा करने के लिए जीवन को व्यवस्थित करिये .

एक बार जीने का तरीका फिर से सीखा जाए ..केवल पैसा कमा लेने या खाने मे रोज बादाम की कतली खाने का सौभाग्य प्राप्त करना ही जीवन नहीं है .
जीवन जीने का कोई मकसद अवश्य हो ,जीने की कोई परिणिति भी हो .
माना की पैसा बहुत कुछ होता है पर वह सब कुछ नहीं होता ..पैसे के अलावा भी जीवन मे करने के लिए बहुत कुछ है .

यह बात अपने दिमाग मे हमें घोट घोट कर उतार लेनी चाहए की दुनिया मे मुफ्त मे किसी को कुछ नहीं मिलता ...जब तक आदमी मेहनत नहीं करेगा तब तक उसे कुछ नहीं मिलेगा .
आप जिस चीज को पाना चाहते है उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी तब जा कर कुछ हासिल होगा .

अगर आप स्टूडेंट है तो पढ़ने के लिए कड़ी मेहनत करो रात दिन लगे रहो निरंतर अभ्यास करते रहो .
अगर आप व्यवसायी है तो व्यापर के लिए कड़ी मेहनत करिये .
कही सर्विस करते है तो वहा कड़ी मेहनत कर के अपना स्थान बनाइये .
चींटी मात्र एक कण के लिए कितनी मेहनत करती है .
एक चिड़िया अपना घोंसला बनाने के लिए तिनके तिनके को जोड़ कर मेहनत करती रहती है .
बस सफलता का एक यही सबसे बड़ा सूत्र है कड़ी मेहनत :) .मोनु एस जैन (MONU S JAIN )



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