Tuesday, 30 June 2015

आपका खाता

आपका बैंक खाता होगा .
वह तभी अच्छा लगता होगा जब उसमे कुछ धन शेष हो  मतलब कुछ मनी हो उसमे .
इसी प्रकार का एक अपना निजी खाता भी खोल लीजिए ...लेकिन यह खाता तभी अच्छा लगेगा जब उसमे कुछ पोसिटिव बातो का शेष हो .
अपनी उन्नति के लिए परीक्षा मे सफलता के लिए हर प्रतियोगिता मे जीत के लिए खुशियों के लिए इस खाते मे कुछ बातो को जमा कीजिये ...जेसे --

-अच्छी सोच 
-सही सोच 
-अच्छे मित्र 
-मीठी मीठी बाते 
-सदाबहार मुस्कान 
-प्रेरणादायक बाते 
-क्षमाशीलता
-धैर्य 
-परिश्रम वाली क्रियाए 
-सबसे प्रेम और अपनापन आदि ...

दूसरी और कुछ बातो को इस खाते से घटाते भी जाइए ...जेसे -

-धूम्रपान 
-शराब 
-ईर्ष्या 
-मोटापा 
-तनाव और चिंता 
-कुविचार 
-क्रोध 
-कुसंग 
-भय और व्यर्थ के कार्य .

अपना खाता स्वयं बनाइये ..अच्छाईयों का बैलेंस बढाइये एक दिन जीत जाओगे ..:) 
.मोनु एस जैन (MONU S JAIN )

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