Monday, 29 June 2015

चलते रहो ....

जीवन मे कुछ करना है 
तो मन को मारे मत बैठो .
आगे आगे बढ़ना है तो 
हिम्मत हारे मत बैठो .

चलने वाला मंजिल पाता ,
बैठा ,पीछे रहता है .
ठहरा पानी सड़ने लगता ,
बहता निर्मल होता है .
पाँव दिए चलने की खातिर 
पाँव पसारे मत बैठो .

तेज दोड़ने वाला खरगोश ,
दुपहर चल कर हार गया ,
धीरे धीरे चलकर कछुआ 
देखो बाजी मार गया ,
चलो कदम से कदम मिलाकर ,
दूर किनारे मत बैठो .

धरती चलती ,तारे चलते 
चाँद रात भर चलता है 
किरणों का उपहार बांटने 
सूरज रोज निकलता है ,
हवा चले तो महक बिखेरे 
तुम भी प्यारे मत बैठो .

जीवन की हर चीज हमें यही सिखाती है की अगर सफल होना है तो निरंतर प्रयास करने होंगे निरंतर चलते रहना होगा .
.मोनु एस जैन (MONU S JAIN )


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