बस एक लाइन याद रखने का --कभी मेहनत से जी न चुराए।
जो मेहनत नहीं करना चाहते उन्हें निम्न दर्जे का जीवन जीने के लिल्ये तैयार रहना चाहए।
ये सब जानते है की भगवान ने हमें आलस्य की जिन्दगी जीने के लिए मनुष्य नहीं बनाया है।
आलस्य हमारा दुश्मन है। .... हम अगर सफल होने मे कही चूक रहे है तो उसकी कही न् कही वजह हमारा आलस्य है।
हमारी बुरी आदते है आलस्य के कारण हर काम को कल पर डालने की आदते।
एक ऐसी आदत जिसमे कल कभी नहीं आता और न हमारा आलस्य जाता है पर स्वाभाव वश हम बस आलस्य के आधीन हुए जा रहे है और यही वजह रहती है की कार्य कभी समय पर पुरे हो नहीं पाते ।
जब जीवन है तो कुछ करे और कुछ ऐसा करे की जो हमें कुछ बनाये कुछ ऐसा बनाये जिस पर की हमें स्वयं भी गर्व हो और समाज को भी।
इसलिए कभी किसी काम को छोटा ना समजे और ना ही उसे कल पर डाले।
आज के काम आज ही निपटाए।
एक और महत्वपूर्ण बात ये भी की अपने कार्य के लिए दूसरों पर निर्भर ना रहे तो ही ज्यादा बेहतर।
स्वयं के कार्य स्वयं ही करने होते है।
" जिन्दगी तो अपने ही कदमो पे चलती है दोस्त
औरो के सहारे तो जनाजे उठा करते है "
कड़ी मेहनत मे विश्वाश रखे।
अगर हमें कुछ बनना है कुछ हासिल करना है तो हर व्यक्ति हर रोज 12 घंटे अवश्य मेहनत करे चाहे वो दिन के हो या रात के पर मेहनत अवश्य करे।
बात चाहे विध्यार्थी की हो या व्यवसाई की या पारिवारिक मेहनत अपना रंग अवश्य लाती है।
यह व्यक्ति को सफल अवश्य बनाती है
आत्म निर्भरता के छोटे छोटे काम शुरू कर दो इस बात को मन से निकाल दो की लोग क्या कहेंगे।
लोगो का तो काम ही है कहना आप कुछ नहीं करोगे भी तब भी लोग हजार बाते करेंगे और आप करोगे तब भी लोग हजार बाते करेंगे।
आज कल के लोग तो भगवान से भी दुखी रहते है हम तो फिर भी इंसान है यार।
इसलिए आप बस अपने काम पे ध्यान दे।
आज के युग मे लोग समृधि की इज्जत करते है।
आप अपने काम को करिये अपना बेस्ट दीजिए और अपना चरित्र ऐसा बनाइये की ऐसा मंजा हुआ आपका चरित्र हो की लोग अगर आपके बारे मे कुछ कहे भी तो कोई माने न।
कड़ी मेहनत करिये और हर उस चीज को पाइए जिसकी आपने कभी तमन्ना की हो ।
विध्यार्थी अपने मन मे एक बात गाँठ बाँध के मेहनत करो की सरस्वती माता कभी किसी का उधार नहीं रखती
अगर आप कड़ी मेहनत पुरे मन से करेंगे तो आपको फल जरुर मिलना है। :) .
मोनु एस जैन (MONU S JAIN )
जो मेहनत नहीं करना चाहते उन्हें निम्न दर्जे का जीवन जीने के लिल्ये तैयार रहना चाहए।
ये सब जानते है की भगवान ने हमें आलस्य की जिन्दगी जीने के लिए मनुष्य नहीं बनाया है।
आलस्य हमारा दुश्मन है। .... हम अगर सफल होने मे कही चूक रहे है तो उसकी कही न् कही वजह हमारा आलस्य है।
हमारी बुरी आदते है आलस्य के कारण हर काम को कल पर डालने की आदते।
एक ऐसी आदत जिसमे कल कभी नहीं आता और न हमारा आलस्य जाता है पर स्वाभाव वश हम बस आलस्य के आधीन हुए जा रहे है और यही वजह रहती है की कार्य कभी समय पर पुरे हो नहीं पाते ।
जब जीवन है तो कुछ करे और कुछ ऐसा करे की जो हमें कुछ बनाये कुछ ऐसा बनाये जिस पर की हमें स्वयं भी गर्व हो और समाज को भी।
इसलिए कभी किसी काम को छोटा ना समजे और ना ही उसे कल पर डाले।
आज के काम आज ही निपटाए।
एक और महत्वपूर्ण बात ये भी की अपने कार्य के लिए दूसरों पर निर्भर ना रहे तो ही ज्यादा बेहतर।
स्वयं के कार्य स्वयं ही करने होते है।
" जिन्दगी तो अपने ही कदमो पे चलती है दोस्त
औरो के सहारे तो जनाजे उठा करते है "
कड़ी मेहनत मे विश्वाश रखे।
अगर हमें कुछ बनना है कुछ हासिल करना है तो हर व्यक्ति हर रोज 12 घंटे अवश्य मेहनत करे चाहे वो दिन के हो या रात के पर मेहनत अवश्य करे।
बात चाहे विध्यार्थी की हो या व्यवसाई की या पारिवारिक मेहनत अपना रंग अवश्य लाती है।
यह व्यक्ति को सफल अवश्य बनाती है
आत्म निर्भरता के छोटे छोटे काम शुरू कर दो इस बात को मन से निकाल दो की लोग क्या कहेंगे।
लोगो का तो काम ही है कहना आप कुछ नहीं करोगे भी तब भी लोग हजार बाते करेंगे और आप करोगे तब भी लोग हजार बाते करेंगे।
आज कल के लोग तो भगवान से भी दुखी रहते है हम तो फिर भी इंसान है यार।
इसलिए आप बस अपने काम पे ध्यान दे।
आज के युग मे लोग समृधि की इज्जत करते है।
आप अपने काम को करिये अपना बेस्ट दीजिए और अपना चरित्र ऐसा बनाइये की ऐसा मंजा हुआ आपका चरित्र हो की लोग अगर आपके बारे मे कुछ कहे भी तो कोई माने न।
कड़ी मेहनत करिये और हर उस चीज को पाइए जिसकी आपने कभी तमन्ना की हो ।
विध्यार्थी अपने मन मे एक बात गाँठ बाँध के मेहनत करो की सरस्वती माता कभी किसी का उधार नहीं रखती
अगर आप कड़ी मेहनत पुरे मन से करेंगे तो आपको फल जरुर मिलना है। :) .
मोनु एस जैन (MONU S JAIN )

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