Monday, 29 June 2015

केसे बढ़ाये अपना मेमोरी पॉवर

ध्यान और योग से जुड़े हम और हमारी ताकत .
केसे अपनी दिमाग की याददाश्त की ताकत बढ़ाये ...

१-हमेशा अपने दिमाग को रिलेक्स और तनाव मुक्त रखे ...प्रश्न उठता है की केसे रखा जाए ?
जब भी लगे तनाव महसूस हो रहा है आपको ...तो करना ये है गलीचे पर लेट जाए ...पाँव के अंगूठे से लेकर सिर तक,अपने प्रत्येक अंग पर एक एक मिनट ध्यान करे और शरीर को ढीला छोड़ते जाए .
आप 15 मिनट इसे कर लीजिए आपको फर्क स्वयं पाता चल जाएगा .

२-अपनी एकाग्रता बढ़ाये ...योगशास्त्र कहता है एकाग्रता बढ़ाने के लिए "त्राटक" करे ...
अब त्राटक केसे करे ...?
जवाब है -एक दीपक जलाये और लगातार दो तीन,पांच ,सात .मिनट तक अपलक अपनी नजर उसकी ज्योति पर केंद्रित करे .
अवश्य ही आपकी एकाग्रता बढ़ेगी .
जब भी मंदिर मे जाए त्राटक जरुर कर ले भगवान जी से मिलना भी हो जाएगा और आपका काम भी हो जायेगा .एक पंथ दो काज ..:)
जिसकी एकाग्रता जितनी गहन होगी उतनी ही शीग्रता से वह अपना लक्ष्य पा सकेगा .

३-दिमागी कसरत करे ..जेसे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करते है उसी तरह दिमाग की पॉवर बढ़ाने के लिए दिमागी कसरत करे .
जेसे अंको को उल्टा सीधा करे ..गुणा भाग बड़ी बड़ी संख्याओ का करे .
कुछ पहेलियाँ सुलझाए ...गणित के सवालो को जब तक हो सके बिना पेन पेन्सिल लिए एक बार दिमाग मे हल करने की कोशिस करे .
अपने दिमाग को धार देने के लिए ऐसे सुडोकू टाइप पहेलियाँ सोल्व करे.

४-अपनी दिमाग की रचनात्मक शक्तियों को बढ़ाये .
क्रिएटिव बने ...कविता ,कहानी ,डायरी आदि लिखे ..या जो भी एक्टिविटी आपको पसंद हो करे जेसे -बागवानी या अन्य कुछ भी पर करे जरुर .
अपनी होबिज को बनाये रखे .

५-कुछ न कुछ नया सिखने की ललक अपने भीतर जगाए रखे ...स्वयं को अपने पुश्तेनी धंधे तक सीमित न रखे और लड़किया खाली किचन तक सीमित न रहे  बल्कि अपने मानसिक विकास के लिए कुछ न कुछ नया सीखते रहे .
याद रखो कभी भी अपने को गुरु ना समजो, समजना है तो विध्यार्थी ही समजे .
चाहे जितनी उम्र हो जाए सिखने की ललक हमेशा बनी रहे ...विध्यार्थी बनकर जियेंगे तो ज्ञान प्राप्ति के रास्ते हमेशा खुले रहेंगे .
अच्छी पुस्तकों से बेहतर कोई मित्र नहीं होता ..यह दिमाग तो उस खेत की तरह है जिसमे अच्छे बिज बोये जाए तो अच्छी फसल निकलेंगी अन्यथा जंगली घास और खरपतवार ही पैदा होगी .

६- याद करने के लिए अलग अलग चीजे अपनाए जेसे किसी के मोबाइल नंबर याद करिये उन्हें मोबाइल मे सेव मत करिये कोशिस करिये की चीजे आपको याद रहे .

७-याददाश्त ठीक करने के लिए जब ख्याल आ जाए ज्ञान मुद्रा बना ले .
अंगूठे के मध्य की रेखा को पहली ऊँगली से टच कर ले ..जितनी देर ज्ञान मुद्रा मे रहोगे उतना अच्छा .

८-हमेशा सीधी कमर कर के बेठे ..झुकी कमर से बैठने पर शीग्र ही आलस आना शुरू हो जाता है .

९-सात्विक आहार ले ..अगर विध्यार्थी हो तो हो सके जितना बाहर के खाने से बचो और घर पर भी ज्यादा तला हुआ खाने से परहेज करे .
दूध लो फल लो ऐसे पोष्टिक चीजे अपने खाने मे रखिये शरीर स्वस्थ रहेगा और जहा शरीर स्वस्थ रहेगा वहा दिमाग स्वयं काम करेगा .
शाश्त्रो मे कहा भी है पहला सुख निरोगी काया ..

१०-प्रतिदिन व्यायाम करे ..इस से शरीर स्वस्थ रहता है .
प्राणायाम करे ...क्रोध न करे ..
पुरे दिन मे एकत्र की गई उर्जा एक बार के क्रोध मे समाप्त हो जाती है ....एक बार गुस्सा करने से दिमाग के एक हजार कोशिकाए खत्म हो जाती है और ये दिमाग की वो सेल्स होती है जिनका दुबारा निर्माण नहीं होता .
इसलिए क्रोध न करे जो जितना ज्यादा क्रोध करता है उसकी याददाश्त उतनी जल्दी कमजोर होती जाती है .

हमेशा हँसते मुस्कुराते जिए ..रात मे गहरी नींद ले ..
आज कल इन मोबाइल के चलन से रात  को सोते समय भी इनको अपने पास रखने की आदत से नींद मे कमी आई है ..इसलिए रात को तो कम से कम अपने मोबाइल को भी सोने दीजिए और खुद भी अच्छी नींद लीजिए ...:)

इश्वर पर विश्वास रखे खुद पर विश्वास रखे  और अपना मनोबल बनाये रखे ....
मोनु एस जैन (MONU S JAIN )

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